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रोस्टर’
क्या है?
रोस्टर
पद की स्थिति (Position) बताने वाला सूत्र-क्रम है l यह रोस्टर अमूमन कम/क्रीम उच्च पदों की स्थिति (Position) को बताता है l जैसे किसी विश्वविद्यालय/विभाग में 2 पद ज्ञापित हुआ l इसमें Unreserved(Genaral), OBC,
SC, ST किसका
यह पद है l यह निर्धारण ‘रोस्टर’ से होता है l
200 प्वाईंट
रोस्टर
13 प्वाईंट
रोस्टर
की संकल्पना
200 प्वाईंट
रोस्टर–
इसका अर्थ है कि 200 पद तक रोस्टर क्रमवार चलेगा, उसके बाद पुनः 1 से शुरू होकर 200 पद तक जाएगा l इसमें आरक्षण प्रावधान के अनुपात में पद तय होते हैं;जैसे- Unreserved(Genaral)-49.5% OBC-27%, SC-15%, ST-7.5 l इसी अनुपात में पद भी तय होते हैं l
200 प्वाईंट्स में पद कैसे तय होता है l इसमें सबसे पहले विश्वविद्यालय को यूनिट माना जाता है l उस विश्वविद्यालय के सभी विषयों को A से Z तक अल्फ़ा बेटिकट सभी पदों को एक साथ 200 तक जोड़ लिया जाता है l उसके बाद इन 200 पदों को रोस्टर के हिसाब से आवंटित किया जाता है;जैसे-
Post Categories
1. Unreserved(Genaral)
2. UR
3. UR
4. OBC
5. UR
6. UR
7. SC
8. OBC
9. UR
10. UR
11. UR
12. OBC
13. UR
14. ST
15. UR
16. UR
17. UR
18. OBC
19. UR
20. UR
21. SC
22. OBC
23 UR
24. UR
25. UR
26. OBC
27. UR
28. ST
यह क्रम 200 पद तक चलता है l 200 प्वाईट के बाद पुनः 1 नम्बर से पद क्रम शुरू होता है l इसमें विश्वविद्यालय को यूनिट माना जाता है l विश्वविद्यालय के सभी विषयों को एक साथ जोड़ लिया जाता है l
इसका अर्थ है कि 200 पद तक रोस्टर क्रमवार चलेगा, उसके बाद पुनः 1 से शुरू होकर 200 पद तक जाएगा l इसमें आरक्षण प्रावधान के अनुपात में पद तय होते हैं;जैसे- Unreserved(Genaral)-49.5% OBC-27%, SC-15%, ST-7.5 l इसी अनुपात में पद भी तय होते हैं l
200 प्वाईंट्स में पद कैसे तय होता है l इसमें सबसे पहले विश्वविद्यालय को यूनिट माना जाता है l उस विश्वविद्यालय के सभी विषयों को A से Z तक अल्फ़ा बेटिकट सभी पदों को एक साथ 200 तक जोड़ लिया जाता है l उसके बाद इन 200 पदों को रोस्टर के हिसाब से आवंटित किया जाता है;जैसे-
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4. OBC
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16. UR
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18. OBC
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21. SC
22. OBC
23 UR
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26. OBC
27. UR
28. ST
यह क्रम 200 पद तक चलता है l 200 प्वाईट के बाद पुनः 1 नम्बर से पद क्रम शुरू होता है l इसमें विश्वविद्यालय को यूनिट माना जाता है l विश्वविद्यालय के सभी विषयों को एक साथ जोड़ लिया जाता है l
अब 13 प्वाइंट रोस्टर
इस 13 प्वाइंट रोस्टर में ‘विभाग’ को यूनिट माना जाता है l 14 पद के बाद पुनः 1 से पद को गिना जाता है l इसमें…
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12. OBC
13. UR
14. ST
अब 14 के बाद 1 नम्बर से पुनः शुरू हो जायेगा
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इस 13 प्वाइंट रोस्टर में ‘विभाग’ को यूनिट माना जाता है l 14 पद के बाद पुनः 1 से पद को गिना जाता है l इसमें…
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अब 14 के बाद 1 नम्बर से पुनः शुरू हो जायेगा
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7. SC
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13. UR
14. ST
200 प्वाईंट
और 13 प्वाईंट के अंतर को यहीं समझिए l 200 प्वाईंट में कटेगरीवाईज पद 200 नम्बर तक जायेगा l 13 प्वाईंट में 14 के बाद पुनः 1 नम्बर से रोस्टर शुरू हो जाएगा l इसको और विस्तार से समझिए कि इस देश के किसी भी विभाग में 14 सीट कभी आएगी नहीं l जब भी विभाग में पद ज्ञापित होगा तो 1 या 3 या 4 या 6 पद l इस स्थिति में सबसे पहले 3 पद UR होंगे l उसके बाद 4rth पॉजीसन OBC होगी l पुनः 5,6, नम्बर का पद UR का है l 7 नम्बर का पद SC का है l 8वां पद OBC का है l 9,10,11 नंबर का पद UR है l 12 नम्बर का पद OBC का है l 13वाँ पर पुनः UR हो जायेगा l 14वें नम्बर का पद ST के लिए रिज़र्व होगा l उसके बाद पुनः 1 नम्बर से गिनती शुरू हो जायेगी l इस तरह 13 प्वाईंट रोस्टर के खतरे….
1. विभाग को यूनिट मानने पर कभी भी एक साथ 14 पद नहीं आएंगे l ST/SC के लिए एक पद भी नहीं मिल पायेगा l आप सोचिये कि JNU, DU, AU, AMU, BHU,
HCU में
कितने
ऐसे विभाग हैं जिसमें मात्र एक या दो या अन्तिम तीन प्रोफेसर ही विभाग को संचालित करते हैं l वहाँ कभी भी ST/SC/OBC की न्युक्ति हो ही नहीं सकती l
2. विभाग
बहुत चालाकी से 1 या 2 या 3 पद निकलता है l जिस स्थिति में सबसे पहली हत्या तो ST की होती है, उसके बाद SC की उसके बाद, OBC की l
3. विभाग को यूनिट मानने के बाद कितने साल बाद ST का नम्बर आएगा, फिर SC का नंबर आएगा, फिर OBC का नंबर आएगा इसका अन्दाज ही नहीं लगाया जा सकता l 200 प्वाइन्ट रोस्टर से पहले 13 प्वाईंट रोस्टर था l इसी कारण OBC,SC,ST प्रोफेसर खोजने से भी नहीं मिलते हैं l सिद्धार्थ विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश में 2015 में यही 13 प्वाईंट रोस्टर लागू किया गया था जिस कारण 84 असिस्टेंट प्रोफेसर पद में ST-SC का एक भी पद नहीं आया था l OBC का एक मात्र पद आया था l
200 और
13 प्वाइंट
में जो सबसे ध्यान देने वाली प्वाईंट है कि 13 प्वाइंट रोस्टर में 14 नम्बर के बाद पुनः 1,2,3,4, शुरू हो जाता है l जो 14 नम्बर पर जाकर पुनः समाप्त हो जाता है l
जबकि 200 प्वाइंट रोस्टर में 1 नम्बर से पद शुरू होकर 200 नम्बर तक जाता है l इस 200 नम्बर के बाद पुनः 1,2,3,4,5,6,7 से क्रम शुरू होता है और 200 नम्बर तक जाता है l इस स्थिति में अनिवार्य रूप से ST,SC,OBC का पद क्रम आता है l इस 200 प्वाइंट रोस्टर में UGC, VC को अनिवार्य रूप से विश्वविद्यालय को ‘इकाई’ मानना पड़ता है l इस स्थिति में ST,SC,OBC के साथ लोकतंत्रीय, समाजिक और संवैधानिक न्याय होता है l हमें इसी 200 प्वाईंट रोस्टर के लिए तब तक लड़ना है जब तक इसे इस देश सभी विश्वविद्यालयों में लागू न कर दिया जाय
जबकि 200 प्वाइंट रोस्टर में 1 नम्बर से पद शुरू होकर 200 नम्बर तक जाता है l इस 200 नम्बर के बाद पुनः 1,2,3,4,5,6,7 से क्रम शुरू होता है और 200 नम्बर तक जाता है l इस स्थिति में अनिवार्य रूप से ST,SC,OBC का पद क्रम आता है l इस 200 प्वाइंट रोस्टर में UGC, VC को अनिवार्य रूप से विश्वविद्यालय को ‘इकाई’ मानना पड़ता है l इस स्थिति में ST,SC,OBC के साथ लोकतंत्रीय, समाजिक और संवैधानिक न्याय होता है l हमें इसी 200 प्वाईंट रोस्टर के लिए तब तक लड़ना है जब तक इसे इस देश सभी विश्वविद्यालयों में लागू न कर दिया जाय
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